जिज्ञासु गुरूदेव !आज की युवा शक्ति जोकि भौतिक चकाचौंध एवं विलासिता की ओर बढ़ती जा रही है उसे बचाने का उपाय क्या है ?
महाराजश्री : विचारों के प्रभाव को प्रवाहित करने वाली शक्ति मन है !इसलिए सावधान ,सतर्क रहना चाहिए कि मन में उठने वाले विचार दूषित न हों ! विचार क्षणभंगुर होते हैं ! मन बहुत चंचल है ओर उसमें उठने वाले विचार बदलते रहते हैं ! आपका संग व्यवहार -विचार ओर कल्पनायं कैसी हैं ,इन सबका जीवन में बहुत प्रभाव पड़ता है! आज संसार में विचारों की क्रांति की बहुत जरूरत है ! आज मानव ही मानव की जान लेने को तत्पर रहता है !युवावर्ग आज गलत मार्ग अपना रहा है ! धार्मिक विचार ही आज की युवाशक्ति को इस पतन के मार्ग से बचा सकते हैं !
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