पुज्य गुरुदेव !
तरह -तरह के रंगों का अपना महत्व हे ,लेकिन सात्विक्ता के रंग यानी क्रीम का अपना महत्व है ! यदि इसी रंग को पहना जाय ,साथ ही सात्विक भोजन किया जाय और सात्विक लोगोंका संग किया जाय सत्साहित्य पढें ,मन को संसारिकता या भौतिकता की और बहने से रोकें भक्ति में सेवा में मन लगाएं ,वृतियां सात्विक होती चली जायेंगी !
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