जिज्ञासु :- पूज्य गुरूदेव ! कहते है की कर्मबंधन के कारण संसार में जन्म लेना पड़ता है ! यदि यह सच है तो क्या कर्म हम बंधन में बंधने के लिए कर्म करते है !
महाराजश्री :-सारे शास्त्र कहते है की कर्म बंधन के कारण है ! जब आप कर्म करते है तो बंधन के जाल में बंध जाते हें !भगवान कृष्ण ने संसार को एक ओर विज्ञान दिया ! उन्होंने कहा की कर्म बंधन का कारण नहीं बल्कि आसक्ति बंधन का कारण हें ! यदि किसी कर्म में आसक्ति हो गई तो वह बंधन का कारण बनेगी ! इसीलिए कहते है की कर्म करो लकिन निष्काम भाव से करो ! कर्म करते हुए फल की इच्छा न करो !
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