जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव ! कहा जाता है की अपने स्वर्ग का निर्माण स्वंय करो !लकिन अपने उस स्वर्ग का निर्माण करने के लिए हमें करना क्या चाहिए !
महाराजश्री :-जो अपने गुरुओं को , बड़े बुजुर्गों को प्रसन्न करना जानते हे , उनका आशीर्वाद लेना जानते हैं , समझना उनके पास स्वर्ग है !महान पुरुषों की सेवा जरुर करनी चाहिए ! महान पुरुषों के सान्निध्य में बैठना चाहिए ! ज्ञानीजनों को अपने घर में बुलाइए !ज्ञानीजनों का संग कीजिए ! ज्ञानीजनों को ही अपना सबसे बड़ा रिश्तेदार मानिए ! जिनके सान्निध्य में बैठने से आपको जीवन में उन्नति आए उन्ही ज्ञानी-गुनीजनों को आप महत्त्व दें ! जिनकी कृपा को पाने से आपका उत्थान होता है !
No comments:
Post a Comment